Sunday, September 04, 2016

गुफ़्तगू!

कभी-कभी खुद से गुफ़्तगू कर लिया करता हूँ,
पागल ना समझो, ऐ दोस्त!
इसी बहाने तुमसे मिल लिया करता हूँ, ऐ दोस्त!

- प्रशांत गोयल!

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